ESR TEST

हम जब भी कभी बीमार पड़ते है तो सबसे पहले डॉ के पास जाते है। डॉ साहब भी हमारी बीमारी को देखते हुए 2 से 3 ब्लड टेस्ट लिख ही देते है। दोस्तों इन्ही में से एक टेस्ट है जिसे हम सभी ESR कहते है। जिसकी मदद से डॉ आपके अंदर की बीमारी चेक करते है।

ESR एक तरह का ब्लड टेस्ट होता है जिसमे आपकी लाल रक्त कोशिकाओं की जांच कर के आपके शरीर में होने वाली दिक्कतों को पता लगाया जाता है। जब शरीर में कोई बड़ी बीमारी होती है तो यह ESR बढ़ कर या घट कर रिपोर्ट्स में सामने आता है। तो आईये आज कि इस पोस्ट में ESR के बारे में और विस्तार से।

हम आपके बता दे की अगर आपका ESR TEST की रिपोर्ट बहुत बढ़ कर या घट कर आती है तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है ,क्यूंकि अधिकतर बार यह शरीर की छोटी आंतरिक सूजन तक पर बढ़ कर या घट कर आ जाता है। इसके लिए आपको अच्छे डॉक्टर से परामर्श लेना ही सबसे उचित सलाह है।

Table of Contents

ESR Test क्या है?

ESR Test में आपके शरीर में होने वाली परेशानियों का पता किया जाता है जैसे की आंतरिक सूजन, संक्रमण, या अन्य बीमारी। इस टेस्ट में एक तुबे के जरिये आपकी लाल रक्त कोशिकाओं का विश्लेषण किया जाता है, इसमें कई घंटे लगते है जब तक की लाल रक्त कोशिकाएं तुबे में नीचे न बेथ जाये, जितनी सेल्स नीचे बैठते जाते है आपका ESR भी उसी के हिसाब से बढ़ता जाता है।

ईएसआर के बढ़ने के कारण

ESR बढ़ने के कई कारण हो सकते है जिनके लिए आपको घबराने की जरुरत नहीं है, बस जरूरत है तो अच्छे ट्रीटमेंट और अछि दिनचर्या की। नीचे हमने

  • निचे हमनें कुछ कारण बताएं है जिसके
  • प्रेगनेंसी की अवस्था में
  • थाइराइट की समस्या होने पर
  • खून की कमी होने के कारण
  • बुढ़ापे की स्थिति में
  • रूमेटिक बुख़ार में
  • ईएसआर बढ़ने से बचने के घरेलू उपाय

जब भी हम अपना ब्लड चेकप करवाते है और हमारा ब्लड हमारे अनुरूप नहीं रहता है तो डॉ दर्जनभर दवाई लिख ही देते है। लेकिन अगर हम इसके साथ कुछ घरेलु उपाय अपनाये तो यह सस्ता पड़नें के साथ हमारे शरीर क्र लियर फायदेमंद भी होता है। घरेलु उपाय में सिर्फ अच्छा खाना ही नहीं आता है, इसमें आपकी दिनचर्या से ले कर और भी आपकी गलत आदतें आ जाती है। हमने कुछ उपाय के बारे में नीचे विस्तार से बताया है जिन्हे अपने दिनचर्या में ला कर आप बहुत जल्दी ही इस बीमारी से उबर सकते है वह भी बिना ज़्यादा खर्चा किये और परेशान हुए बिना।

उचित आहार

एक संतुलित आहार आपके शरीर को बनता भी है और दीमक को भी दुगनी रफ़्तार से चलता है। आप नियमित रूप से उचित आहार का प्रयोग कर ESR को कंट्रोल कर सकते है। हमें इसके लिए सुबह फल और दूध का सेवन करना चाहिए।

नियमित व्यायाम

डॉ आपको सलाह देता है की रोज़ प्रातः व्यायाम जरूर करना चाहिए। व्यायाम न तो आपको फिट रखता है, बल्कि यह आपको पुरे दिने के लिए तारो ताज़ा भी बनाये रखता है। इसी तरह ESR को कण्ट्रोल करने में भी व्यायाम का बहुत ही अहम योगदान है।

अधिक मसालेदार और तेल युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज करें

आप की सेहत के लिए ज्यादा मसालेदार और तेल युक्त खाद्य पदार्थ हानिकारक होते है, अधिक मीठा खाने और जंक फ़ूड खाने से भी आप को परहेज करना चाहिए यह आप के शरीर को अंदर से नुकसान पहुचाहते है। खाने में ज्यादा तेल मसालो की जगह उचित आहार लेने से आप की सेहत अच्छी बनी रहेगी साथ ही आप इन सभी माध्यम से ESR को कण्ट्रोल कर सकते है।

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हमेशा तनावमुक्त रहें और भरपूर नीद का सेवन :-

दोस्तों अगर हमें बीमारी से बचना है तो अच्छी नीद लेना बहुत जरुरी है। आपको हर रोज 8 घंटे नीद लेना ही चाहिए। अगर आप इससे काम नीद लेते है तो यह आपको बीमार कर सकता है। यह आप के शरीर पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है और आप कई बीमारी से घिर जाते है, नीद पूरी न होने की वजह से आप दिन भर तनाव में रहते है जो की आप की सेहत के लिए उचित नहीं है। पर्याप्त नीद लेना आप की सेहत के लिए अच्छा होगा और इससे ESR लेवल को भी कण्ट्रोल किया जा सकता है।

पानी नियमित सेवन करना:-

जल ही जीवन है यह बात तो आप जानते ही होंगे, और हमें बचपन में ही बताया और सिखाया जाता है की हमारे शारीर में 75% जल है, इसीलिए अगर जल की कमी हो तो कोई भी जिव जीवित नही रहे सकता तरह तरह की बीमारी घर करने लग जाते है, अगर आप चाहते है की आपको किसी भी तरह का बीमारी ना हो तो आपको नियमित जल का सेवन करना चाहिए.

पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें:-

पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना सेहत केलिए सबसे अधिक लाभदायक है, जो भी आपको इनका सेवन करने से रोकता है उसकी बातों को ध्यान न दें, मांसाहारी खाना केवल कुची समय केलिए ही आपको तन्दोरस्त रखते है और इसके बदले में कई बिमारिओं को भी साथ लेट है। परन्तु पत्तेदार सब्जियां आपके सेहत को सदेव हराभरा रखते है और इसके सेवन से जिव हत्या जेसे पाप से बच सकते है, तो पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें, इसके अलावा भी कई ऐसे तरीके है जिनको आप नियमित करते हुए अपने शारीर को तंदुरस्त रख सकते है।

हल्दी एवं दूध का उपाय

हल्दी में एंटी बायोटिक गुण पाए जाते है, जो न केवल इम्युनिटी को बढ़ते है बल्कि बॉडी के इन्फेक्शन को दूर करने में और सूजन कम करने में मदद करता है। आप एक छोटा चम्मच हल्दी को दूध के साथ मिलाकर ले सकते है।

मैथी के बीज

मेथी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में बहुत कारगर है, इसके सेवन से शरीर की सूजन के साथ इन्फेक्शन भी दूर हो जाता है। आप इसके लिए 1 चम्मच मैथी के बीजों को पानी में उबालकर ठंडा कर उसे रोज पी सकते है।

ESR बढ़ने और घटने के असर:-

अगर आपने ESR TEST करवाया है और इसका रिजल्ट बढ़ा या घटा आता है तो इन दोनों के अलग – अलग संकेत है। आप निचे ESR बढ़ने के कारण को जान सकते है।

शरीर में संक्रमण और सूजन का आना

  • बुखार
  • किडनी की बीमारी
  • सिर दर्द
  • हड्डियों का संक्रमण
  • गर्दन और कन्धों में दर्द
  • मॉल में खून आना
  • चेहरे पर संक्रमण
  • ESR घटने के कारण क्या हो सकता है :-
  • सिक्कल सेल एनिमिया
  • हार्ट फेलियर
  • फटीक सिंड्रोम
  • लो प्लाजमा प्रोटीन
  • कन्जेस्टिव हार्ट फेलियर
  • ईएसआर कितना होना चाहिए?

ESR Test in Hindi: ESR टेस्ट की नार्मल वैल्यू आपके उम्र और लिंग के आधार पर निर्धारित की जाती है, आगे आपको सारी जानकारी दी गई है, जानने के लिए नीचे पढें-

  • नवजात शिशु में इसकी नॉर्मल रेंज 2mm/hr से कम होनी चाहिए।
  • बड़े बच्चों में इसकी नॉर्मल रेंज 2 से 13mm/hr के बीच में होनी चाहिए।
  • 50 वर्ष से कम उम्र वाले पुरुषों में ESR टेस्ट की नॉर्मल वैल्यू 15mm/hr से नीचे होती है।
  • 50 वर्ष से अधिक उम्र वाले पुरुषों में इसकी नॉर्मल रेंज 20mm/hr से कम होती है।
  • 50 वर्ष से कम उम्र वाली महिलाओं में इसकी नार्मल रेंज 20mm/hr से कम होती है।

असामान्य ESR परीक्षण परिणामों को कैसे समझे?

एक असामान्य ESR परिणाम किसी भी बीमारी का निदान नहीं करता है। यह परीक्षण आपके शरीर में संभावित सूजन की पहचान करता है, और यह इंगित करता है कि आपको आगे की जांच करने की आवश्यकता है। इस परीक्षण के परिणाम हमेशा विश्वसनीय और सार्थक नहीं होते हैं। आपके परिणाम कई कारकों से प्रभावित हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं

दवा का उपयोग

जबकि कुछ असामान्य ESR TEST के परिणाम दूसरों की तुलना में अधिक गंभीर हो सकते हैं, कई बहुत गंभीर नहीं हैं। यदि आपके ESR परीक्षण के परिणाम असामान्य हैं, तो यह घबराने का कारण नहीं है। इसके बजाय, अपने लक्षणों का कारण निर्धारित करने के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करें। यदि आपके ESR परिणाम असामान्य रूप से उच्च या निम्न हैं, तो वे आमतौर पर अनुवर्ती परीक्षणों का आदेश देंगे।

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ESR टेस्ट से पहले क्या करे:

इस बारे में जादा कुछ करने की अबश्य्कता नही है बस कुछ चीजों का ध्यान जरुर रखें जिनके बारे में हमने आपको निचे बिस्तार से बताया हुआ है.

अगर आप गर्भवती है तो ESR Test करने से पहेले अपने चिकिस्चक से परामर्श जरुर लें.

अगर आप कोई दबाई खा रहे है या आप कोई ऐसे प्रोटीन पाउडर भी खा रहे है तो इसके बारे में आपको अपने चिकिस्चक को बताना है.
एण्ड्रोजन, जैसे टेस्टरोस्टोन (Testosterone), हेरोइन (Heroin), प्रेडनिसोन (Prednisone), एस्ट्रोजन (Estrogen), फेनीटोइन (Phenytoin), मेथाडोन (Methadone), प्रेडनीसोन (Prednisone), फेनाथायजिन्स (Phenothiazines) जेसी दवाइया ESR test in hindi में प्रवाब दल सकती है।

टेस्ट कराने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें

कोई भी व्यक्ति या बच्चा , महिला जिसे इस प्रकार के टेस्ट के लिए कहा जाता है तो उसे टेस्ट से पहले कोई भी दवाई नहीं लेनी चाहिए नहीं तो टेस्ट में गड़बड़ हो सकती है और यदि ऐसी कोई भी दवाई का सेवन करते भी है तो डॉक्टर को बता देना चाहिए। डॉक्टर को इस टेस्ट से पहले अपने खान-पान से सम्बंधित सारी जानकारी देनी चाहिए। जब कोई इस टेस्ट को करवाने जाये तो उसे आधे बाजू जितने कपडे पहनने चाहिए ताकि डॉक्टर अच्छी प्रकार टेस्ट के लिए रक्त को लें सके।

यदि कोई बालक टेस्ट के लिए जाता है तो कोशिश करें बालक को टेस्ट के दौरान किसी और मनोरजनात्मक कार्य में लगाए , जैसे उससे बातें करके उसका मन बहलाये या उसे कोई खिलौना दिखा कर उसका ध्यान टेस्ट से हटा दें , इसका कारण यह है कई बार बच्चे टेस्ट से डर जाते है और सुई लगवाने और रक्त के बहने से दर जाते हैं। ऐसा केवल बच्चों के साथ ही नहीं बड़ों के साथ भी हो सकता है। यदि आपको इंजेक्शन से दर लगता है तो कोशिश करें कि जब आपका ब्लड लिया जाये तो आप अपना धयान सुई के तरफ न रखकर कही और रखे ताकि आपको दर्द का अहसास न हो और आप आसानी से टेस्ट के लिए रक्त दे सके। जब यह टेस्ट किया जाता है तो हो सकता है की सुई चुबने ने आपके शरीर के उस हिस्से में सूजन आ जाये , परन्तु इस सूजन से घबराना नहीं चाहिए , क्योंकि वह सूजन केवल सुई चुबने से हुई है जो कुछ घंटो में या एक दिन में ही खत्म हो जाएगी।

ESR TEST कुछ दवाओं से प्रभावित हो सकता है , यदि आप किसी भी दवाई का सेवन करते है तो डॉक्टर को अवश्य इस बारे में जिक्र करें।

ESR टेस्ट की कीमत (ESR Test Price)

सामान्यतया एक ईएसआर परीक्षण की कीमत 50 रुपये से लेकर 100 रुपये तक हो सकती है। लेकिन कभी – कभी अलग राज्य अपने हिसाब से इसका चार्ज निर्धारित करते है। जाँच करवाने से पहले आप एक बार डॉ की सलाह लें सकते है।

डॉक्टर से कब संपर्क करें?

आइये जानते है कौन सी ऐसी स्थितियाँ है जब डॉक्टर को संपर्क करना जरूरी होता है –

  • यदि आपके शरीर में दर्द या किसी भी प्रकार की सूजन है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
  • अगर शरीर में कुछ बदलाव होने की वजह से आपको परेशानी हो रही है तो डॉक्टर को बताएं।

सारांश

आज हमने इस पोस्ट के माध्मय से आप को ESR टेस्ट की सम्पूर्ण जानकारिया उपलब्ध करवाई है। आप के मन में उठ रहे प्रश्न ESR टेस्ट क्या है? ESR TEST क्यों करवाते है? किस वजह से ESR लेवल बढ़ जाता है? इन सभी प्रश्न के उतर आप को इस पोस्ट के द्वारा मिल गए होंगे। हम ने आप को ESR लेवल कण्ट्रोल करने के घरेलु उपाये भी बताये है जिन से आप घर बैठे भी ESR लेवल को कण्ट्रोल कर सकते है।

दोस्तों आप इसी तरह से अपने स्वास्थ्य से जुडी अन्य जानकारी के लिए आप हमारे ब्लॉग को पढ़ते रहें। हम आपके लिए हर रोज एक नई जानकारी लाते रहेंगे। आशा है कि आपको हमारा यह लेख पसंद जरूर आया होगा। आप हमारे इस लेख को अपने दोस्तों और फैमली के लोगों के पास भी शेयर कर सकते है , जिससे यह जानकारी उन लोगों तक भी पहुँच सकें। अगर आप अपने स्वस्थ्य या फिर किसी दवा चेकप के बारें में जानना चाहते है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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By Topper

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